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Gar Kwhaiyishein Turag Hotin गर खà¥]वाईशें तà¥à¤°à¤— होतीं (हिंदी संसà¥à¤•रण) (
Anna Erishkigal
Gar Kwhaiyishein Turag Hotin गर खà¥]वाईशें तà¥à¤°à¤— होतीं (हिंदी संसà¥à¤•रण) (
Anna Erishkigal
बलिवेदी पर फैंकी हà¥à¤ˆ और खानाबदोश, रोज़ी ज़ालबेडोरा ने आसà¥]टà¥à¤°à¥‡à¤²à¤¿à¤¯à¤¾ के आंतरिक कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° के सीमा में गवरà¥à¤¨à¤¸ की नौकरी ले ली। वहाठउसकी मà¥à¤²à¤¾à¤•ात पीपा बà¥à¤°à¤¿à¤¸à¥]टोह नामक à¤à¤• à¤à¤¾à¤µà¥à¤• बचà¥]ची से हà¥à¤ˆ जो अपने माता-पिता के कटॠअलगाव का सामना परियों की रानी और à¤à¤• सींग वाले जानवर के जादà¥à¤ˆ दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ में पलायन कर करती था।
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पीपा को उसके थका देने वाली पढ़ाई-लिखाई में पकड़ जमाने के नियत काम के लिठरोज़ी की नियà¥à¤•à¥]ती की गई और इस तरह वह पीपा के पिता, à¤à¤¡à¤® à¤à¤µà¤‚ तेल खादानों की उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤§à¤¿à¤•ारिणी,उनकी सà¥]वारà¥à¤¥à¥€ पतà¥]नी ईवा, के बीच चल रही निगरानी के विवाद में à¤à¤• मोहरा बन कर रह गई। जैसे-जैसे उनके बीच का तनाव बढ़ता गया और रोज़ी, बà¥à¤°à¤¿à¤¸à¥]टोह परिवार के सेंकड़ों à¤à¥‡à¤¦ की जानकार बनती गई, वैसे-वैसे उसे अपने à¤à¤¯à¤¾à¤à¤¯ अतीत का à¤à¥€ सामना करना पड़ा। इसी दौरान उसे अपने सà¥à¤°à¥‚प à¤à¤µà¤‚ अपà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥]य à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ वाले नियोकà¥]ता के लिठबढ़ते आकरà¥à¤·à¤£ का à¤à¥€ संघरà¥à¤· करना पङेगा। किनà¥]तॠउसे मदद à¤à¤• विचितà¥à¤° वयसà¥]क पड़ोसी, मितà¥à¤°à¤¤à¤¾à¤ªà¥‚रà¥à¤£ शहर और हर रात उसके सपनों में आते हà¥à¤ à¤à¤• घà¥à¤¡à¤¼à¤¸à¤µà¤¾à¤° की छाया के रूप में मिली।
| Media | Books Paperback Book (Book with soft cover and glued back) |
| Released | July 29, 2018 |
| ISBN13 | 9781943036684 |
| Publishers | Seraphim Press |
| Pages | 210 |
| Dimensions | 133 × 203 × 11 mm · 222 g |
| Language | Hindi |
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